प्रतिरोध का सिनेमा
दसवां गोरखपुर फ़िल्म फेस्टिवल
गोकुल अतिथि भवन , सिविललाइंस,
गोरखपुर
जन चित्रकार चित्तप्रसाद, का. गोविन्द
पानसरे और अविजित रॉय की याद में
मार्च21 से 23 , 2015
पहला दिन
शनिवार मार्च 21 ,
2015
उदघाटन सत्र
शाम4से 5.30
शाम 5.30 से5.45
चायपान
शाम 5.45 से 7.15
नया भारतीय दस्तावेजी
सिनेमा
श्रम और विस्थापन पर
केन्द्रित दस्तावेजी फिल्म ‘श्रमजीवी
एक्सप्रेस’ का प्रीमियर
प्रदर्शन
70 मिनट / हिंदी,
अंग्रेजी सब टाइटल्स के साथ / रंगीन
फ़िल्म के निर्देशक
तरुण भारतीय के साथ बातचीत
शाम 7.15से 9
नया भारतीय सिनेमा
मराठी फ़ीचर फ़िल्म फैनड्री का प्रदर्शन
104 मिनट/ मराठी, अंग्रेजी
सब टाइटल्स के साथ / रंगीन/ 2013 / निर्देशक: नागराज मंजुले
दूसरादिन
रविवार 22 मार्च 2015
बच्चों का समय
सुबह 10 से 12
सिनेमा – सिनेमा
प्रोफ़ेसर बीरेंन
दास शर्मा द्वारा सिनेमा की कहानी बताती एक विशेष प्रस्तुति
60 मिनट / दृश्यों
और ध्वनियों के साथ
सुबह 11 से 11.45
संजय मट्टू के साथ
कहानी –किस्से
दुपहर12 से 2
नया भारतीय सिनेमा
भोजपुरीफीचर फ़िल्मनया पता
95 मिनट/ भोजपुरीऔर हिंदी ,अंग्रेजी सब टाइटल्स के साथ/ रंगीन/ 2014
फिल्म के निर्देशक पवन श्रीवास्तव
और अभिनेता अभिषेक शर्मा के साथ दर्शकों की बातचीत
दुपहर2 से 2.30
लंच ब्रेक
दुपहर2.30 से 3.45
छतीसगढ़ मुक्ति मोर्चा
द्वारा स्थापित शहीद अस्पताल का बयान करती दस्तावेजी फिल्म पहली आवाज़ का प्रदर्शन
52 मिनट / हिंदी/
रंगीन/ 2014
फ़िल्म के निर्देशक
अजय टी जी के साथ बातचीत
दुपहर3.45 से 4
ब्रेक
दुपहर4से शाम5.15
पैनलचर्चा: मीडिया
और सिनेमा में लोकतंत्र और सेंसरशिप
इसपैनलचर्चा मेंसंजय काक ,
नकुल सिंह साहनी, तरुणभारतीय, अजय टी जी ,
बिक्रमजित गुप्ता, पवनकुमारश्रीवास्तव और पंकज श्रीवास्तव भाग लेंगे .
संचालन: मनोज सिंह
शाम5.15 से 5.30
ब्रेक
शाम5.30 से 6.30
प्रगतिशीललेखकों के आन्दोलन पर समन हबीब और संजय मट्टू की पाठ्य –प्रस्तुति ‘आसमां हिलता है जब गाते हैं हम’
50मिनट / हिन्दुस्तानी और अंग्रेजी साथ में तस्वीरें और
संगीत
संगीत संकलन : अमित मिश्र
समन हबीब और संजय मटू के साथ
बातचीत
शाम6.30 से 8.30
नयाभारतीय सिनेमा
बांग्ला फीचर फ़िल्म अचल
93 मिनट / बांगला, अंगरेजी सब टाईटल्स
के साथ / 2012/ निर्देशक: बिक्रमजितगुप्ता
निर्देशक बिक्रमजित गुप्ता के
साथ बातचीत
तीसरादिन
सोमवार, 23मार्च 2015
सुबह 10.30 से 11.45 बजे
क्लासिक दस्तावेज़ी सिनेमा
राज –समाज, जनस्वास्थ्य, वर्ग और जेंडरकी पड़ताल करती दस्तावेजी फिल्म ‘समथिंग
लाइक अ वार ’का प्रदर्शन
52 मिनट / हिंदी, अंग्रेजी सब टाइटल्स
के साथ / रंगीन/ 1991/ निर्देशक: दीपा धनराज
फ़िल्मके बाद फेस्टिवल टीम का
दर्शकों के साथ संवाद
सुबह 11.45 से दुपहर1.45
नया भारतीय
दस्तावेजी सिनेमा
विभाजन के बाद केपंजाब की दलित और सूफी रिश्तों की पड़ताल करती अजय भारद्वाज की
दस्तावेजी फ़िल्म ‘मिलांगे बाबे रतन ते मेले ते’
95 मिनट / पंजाबी, हिंदी, उर्दू, अंगरेजी सब टाइटल्स के साथ / रंगीन/ 2012/
निर्देशक: अजय भारद्वाज
फ़िल्म के बाद फेस्टिवल टीम का दर्शकों के साथ संवाद
लंच
दुपहर1.45 से 2.15
दुपहर2.15 से3.15 बजे तक
पड़ोस का सिनेमा : नेपाल के सिनेमाई और सांस्कृतिक परिद्रश्य
पर एक प्रस्तुति
काठमांडू के मार्किस्मलर्निंग सेंटर के संयोजक बिक्कील स्थापित द्वारा नेपाली
सिनेमा और सांस्कृतिक परिद्रश्य पर दस्तावेजी फिल्म और फ़ीचर फिल्मों के चुने हुए
अंशों की प्रस्तुति
दुपहर3.15 से 4
नया भारतीय सिनेमा
मध्यवर्गीय भारतीय समाज की पड़ताल करती लघु फ़ीचर फ़िल्म हमारे घर
31 मिनट / हिंदी, अंग्रेजी सब टाइटल्स के साथ / 2014/ निर्देशक: किसलय
शाम4 से 4.30
चायपान
शाम 4.30 से 5.15
नया भारतीय दस्तावेजी सिनेमा
पंजाबी दस्तावेज़ी फ़िल्म सेवा
27 मिनट / पंजाबी, हिदी , अंग्रेजीसब टाइटल्स के साथ/
2013/ निर्देशक: दलजीत अमी
फ़िल्म के निर्देशक दलजीत अमी के साथ बातचीत
शाम 5.15से रात 8
नयाभारतीय दस्तावेजी सिनेमा
नकुलसिंहसाहनी की दस्तावेजी फ़िल्म ‘ मुज्ज़फरनगर बाकी
है’ के बहाने भारतीय राजनीति, साम्प्रदायिकता और नए अर्थतंत्र
की पड़ताल
136 मिनट / हिदी अंग्रेजी सब टाइटल्स के साथ / रंगीन/ 2015
फ़िल्मके निर्देशक नकुल सिंह साहनी के साथ बातचीत
शाम8 से रात8.30
समापन समारोह के बहाने प्रतिरोध का सिनेमा अभियान के दसवें
वर्ष में प्रवेश करने पर चर्चा
प्रतिरोध का सिनेमा अभियान के दसवें
वर्ष में प्रवेश करने के बहाने सिनेमा और समाज पर खुली बातचीत और दसवें गोरखपुरफ़िल्म
फेस्टिवल का समापन समारोह .
मनोज सिंह
संयोजक, गोरखपुर फ़िल्म सोसाइटी द्वारा जारी
91-9415282206 , 91- 9811577426
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