प्रेस विज्ञप्ति
15 और 16 नवम्बर को फिल्म स्क्रीनिंग और पैनल चर्चा
चित्तौड़गढ़ फ़िल्म सोसायटी का विमर्श केन्द्रित आयोजन
संजय जोशी |
चित्तौड़गढ़ 8 नवम्बर 2014
चित्तौड़गढ़ फ़िल्म सोसायटी अपने अनौपचारिक आगाज़ के रूप में आगामी पंद्रह और सोलह नवम्बर को प्रतिरोध का सिनेमा के तीन कार्यक्रम चित्तौड़गढ़ शहर में आयोजित करेंगी। जीवन और समाज में सबकुछ प्रायोजित हो जाने के इस दौर में यह सोसायटी इन दो दिनों में चयनित फिल्मों का प्रदर्शन कर उनमें शामिल सामाजिक और समसामयिक मुद्दों पर परिचर्चाएं करेंगी। जन सिनेमा के इस माध्यम में एक तरफ जहां स्कूल और कॉलेज के युवाओं से फिल्म प्रदर्शन के साथ ही संवाद होगा वही पैनल चर्चा के माध्यम से समाज के बुद्धिजीवी वर्ग के बीच विमर्श भी होगा। प्रतिरोध की संस्कृति पर केन्द्रित इन प्रस्तुतियों में चार प्रसिद्द फ़िल्मकार और गंभीर वक्ता शिरकत करेंगे जिनमें दिल्ली के फ़िल्म एक्टिविस्ट और प्रतिरोध का सिनेमा के राष्ट्रीय संस्थापक संजय जोशी, डूंगरपुर से हिंदी के युवा समालोचक हिमांशु पंड्या, उदयपुर फ़िल्म सोसायटी के संयोजक और शोधार्थी शैलेन्द्र प्रताप सिंह भाटी और सिने जानकार लक्ष्मण व्यास शामिल हैं।गौरतलब है कि जन सिनेमा का यह माध्यम साम्राज्यवाद और पूंजीवादी संस्कृति के प्रतिरोध में फिल्म निर्माण से लेकर प्रदर्शन और फिल्मोत्सव के आयोजन करता है।इस आन्दोलन के तहत छोटे-छोटे समूहों में गंभीर किस्म के फिल्मकारों के सानिध्य में फिल्मों की स्क्रीनिंग और जन-जागरण के लिए चर्चाएँ आयोजित की जाती रही है।
हिमांशु पंड्या |
सोसायटी से जुड़े डॉ. ए.एल.जैन और डॉ. राजेश चौधरी के अनुसार 15 नवम्बर शनिवार को सुबह ग्यारह बजे बोजुन्दा स्थित विजन स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट में पहला और इसी दिन शाम साढ़े चार बजे सैनिक स्कूल के शंकर मेनन सभागार में दूसरा सत्र होगा। फिल्मों की स्क्रीनिंग के बाद चर्चा का विषय फ़िल्में, युवा और प्रतिरोध के मुद्दे रहेगा। समूह के सहयोगी डॉ. साधना मंडलोई और लेफ्टिनेंट कर्नल अजय ढील के निर्देशन में विद्यार्थियों का एक दल इनकी तैयारियों में जुटा हुआ है। सोसायटी के संयम पुरी और पूरण रंगास्वामी के अनुसार तीसरा और मुख्य आयोजन 16 नवम्बर सुबह ग्यारह बजे सेंथी स्थित सेन्ट्रल एकेडमी स्कूल में पैनल चर्चा के रूप में होगा। यहाँ भी फिल्म प्रदर्शन के साथ ही परिचर्चा और उपस्थित श्रोताओं के साथ संवाद होगा। पैनल चर्चा का विषय ग्लोबलाइजेशन,सिनेमा और हमारा समाज रहेगा। अरसे बाद इस तरह के कार्यक्रम में शहर के सिनेप्रेमी डॉक्युमेंट्री और फीचर फ़िल्में देख सकेंगे। सोसायटी के साथी इसी दौरान जन गीतों की प्रस्तुति भी देंगे। सोसायटी के साथी माणिक और मुकेश शर्मा के अनुसार सभी कार्यक्रमों में प्रवेश सभी के लिए खुला है। शहर में पहली दफा हो रहे सिनेमा केन्द्रित इस आयोजन को लेकर काफी उत्साह है।
माणिक
साथी,चित्तौड़गढ़ फिल्म सोसायटी
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